ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम |
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ||
संपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र
जुड़ कर औरों को जोड़ कर चले, आओ अपनी संस्कृति को सहज कर चले।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम |
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ||
संपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र
[…] मृत्युंजय मंत्र का अर्थ […]
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