- महर्षि दधीचि के मांसपिंड का दाह संस्कार हो रहा था
- मन लेके आया मातारानी के भवन में लिरिक्स
- मत चूको चौहान वसन्त पंचमी का शौर्य
- मंगल मन्त्र
- मंगल की सेवा सुन मेरी देवा
- मकर राशि का मन्त्र
- भोजन से पूर्व बोलने का मन्त्र
- भोजन के बाद का मन्त्र
- भोग लगाने का मन्त्र
- भूत भविष्य वर्तमान स्वप्न में बताने वाली स्वप्नेश्वरी साधना