वाराणसी में जन्मे संत रविदास के पिता जूते बनाने का काम करते थे. अपनी आध्यात्मिक यात्रा में सफल होने के बाद भी उन्होंने अपने पारंपरिक रोजगार को नहीं छोड़ा. इससे जुड़ी एक कहानी भी है. एक बार उनसे उनके एक साथी ने गंगा स्नान के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें उसी दिन Continue reading