|| श्री रुद्र कवचम् ||

shree rudra kavacham ॥ रुद्रकवचम् ( स्कंदपुराण ) ॥  ॥ अथ श्री रुद्रकवचम् ॥ ॐ अस्य श्री रुद्र कवच स्तोत्र महा मंत्रस्य दूर्वासऋषिः अनुष्ठुप् छंदः त्र्यंबक रुद्रो देवता ह्राम् बीजम् श्रीम् शक्तिः ह्रीम् कीलकम्म म मनसोभीष्टसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः ह्रामित्यादिषड्बीजैः षडंगन्यासः ॥ ॥ ध्यानम् ॥ शांतम् पद्मासनस्थम् शशिधरमकुटम्पं चवक्त्रम् त्रिनेत्रम् शूलम् वज्रंच खड्गम्प रशुमभयदम् दक्षभागे महन्तम् Continue reading

|| केतु ग्रह कवच ||

ketu graha kavach अथ केतुकवचम् अस्य श्रीकेतुकवचस्तोत्रमंत्रस्य त्र्यंबक ऋषिः । अनुष्टप् छन्दः । केतुर्देवता । कं बीजं । नमः शक्तिः । केतुरिति कीलकम् I केतुप्रीत्यर्थं जपे विनियोगः ॥ केतु करालवदनं चित्रवर्णं किरीटिनम् । प्रणमामि सदा केतुं ध्वजाकारं ग्रहेश्वरम् ॥ १ ॥ चित्रवर्णः शिरः पातु भालं धूम्रसमद्युतिः । पातु नेत्रे पिंगलाक्षः श्रुती मे रक्तलोचनः ॥ २ ॥ घ्राणं पातु सुवर्णाभश्चिबुकं सिंहिकासुतः । पातु कंठं च मे केतुः स्कंधौ पातु Continue reading

गंगोल सरोवर – GANGOL TEERTH

  गंगोल सरोवर मेरठ-दिल्ली मार्ग पर मेरठ के समीपस्थ परतापुर से एक मार्ग कताई मिल व अम्बेडकर हवाई पटटी की ओर जाता है जोकि आगे खरखौदा गांव के लिए चला जाता है। इसी मार्ग पर परतापुर फ्लाईओवर से करीब पांच किलोमीटर पूर्व दिशा में स्थित है गगोल तीर्थ अर्थात विश्वामित्र का आश्रम। रामायण के अनुसार Continue reading

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