🚩कर्मफल का सिद्धान्त🚩
“मधुर कहानियां”

राजा पृथु एक दिन सुबह-सुबह घोड़ों के तबेले में जा पहुँचे। तभी वहाँ एक साधु भिक्षा मांगने आ पहँचा। सुबह-सुबह साधु को भिक्षा मांगते देख पृथु क्रोध से भर उठे। *उन्होंने साधु की निंदा करते हुये, बिना विचारे तबेले से घोड़े की लीद उठाई और उसके पात्र में डाल दी। साधु भी शांत स्वभाव का Continue reading

अनमोल वचन :

खुशी उड़ती हुई तितली की तरह है जिसे पकड़ने के लिये हम जितना दौड़ेंगे ..ये उतना ही हमसे दूर चली जायेगी। यदि हम शान्त मुद्रा में एक जगह स्थिर हो जाएंगे तो ये अपने आप हमारे कंधे के पास बैठ जायेगी। इसलिए हमें खुशी के पीछे नहीं भागना है… उसे महसूस करना है।

🚩राधे राधे बोल राधे🚩 “मधुर कहानियां”

गोवर्धन लीला के बाद समस्त ब्रजमंडल के कृष्ण के नाम की चर्चा होने लगी, सभी ब्रजवासी कृष्ण की जय-जयकार कर रहे थे और उनकी महिमा का गान कर रहे थे। ब्रज के गोप-गोपियों के मध्य कृष्ण की ही चर्चा थी। एक स्थान पर कुछ गोप और गोपियाँ एकत्रित थी और यही चर्चा चल रही थी Continue reading

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