मूल्य की पहचान

एक था एक जुलाहा,वह स्वभाव से अत्यंत शांत, नम्र तथा मिलनसार था उसे क्रोध तो कभी आता ही नहीं था। एक बार कुछ लड़कों को शरारत सूझी वे सब उस जुलाहे के पास यह सोचकर पहुंचे कि देखें इसे गुस्सा कैसे नहीं आता। उन में एक लड़का धनवान माता-पिता का पुत्र था। वहां पहुंचकर वह Continue reading

🚩 झगड़े का मूल कारण 🚩

एक बार एक सेठ अपनी दुकान पर बेठे थे.. दोपहर का समय था इसलिए कोई ग्राहक भी नहीं था तो वो थोड़ा सुस्ताने लगे.. इतने में ही एक संत भिक्षक भिक्षा लेने के लिए दुकान पर आ पहुचे और सेठ जी को आवाज लगाई कुछ देने के लिए… सेठजी ने देखा की इस समय कोन Continue reading

🚩संस्कार- असली शिक्षा🚩 “मधुर कहानियां” एक बड़ी सी गाड़ी आकर बाजार मे रूकी, कार में ही मोबाइल से बाते करते हुये महिला ने अपनी बच्ची से कहा,,, जा उस बुढिया से पूछ सब्जी कैसे दी, बच्ची कार से उतरतें ही,,,,, अरे बुढिया ये सब्जी कैसे दी ?40 रूपये किलो, बेबी जी… सब्जी लेते ही, उस Continue reading

Translate »
आरती संग्रह
चालीसा संग्रह
मंत्र
Search