जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता । अपने सेवक जन को, सुख संपति दाता ॥ ॥ॐ जय संतोषी माता ॥ सुंदर चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हों । हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हों ॥ ॥ ॐ जय संतोषी माता ॥ गेरू लाल छटा छवि, बदन कमल सोहे । मंदर हंसत करूणामयी, त्रिभुवन मन मोहे Continue reading
आरती संग्रह
卐 श्री वैष्णो आरती 卐
जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता। हाथ जोड़ तेरे आगे, आरती मैं गाता॥ ॥जय वैष्णवी माता ॥ शीश पे छत्र विराजे, मूरतिया प्यारी। गंगा बहती चरनन, ज्योति जगे न्यारी॥ ॥ जय वैष्णवी माता ॥ ब्रह्मा वेद पढ़े नित द्वारे, शंकर ध्यान धरे। सेवक चंवर डुलावत, नारद नृत्य करे॥ ॥जय वैष्णवी माता ॥ सुन्दर गुफा Continue reading
卐 श्री तुलसी आरती 卐
जय जय तुलसी माता, सब जग की सुखदाता । ॥ जय जय तुलसी माता।| सब योगों के ऊपर, सब लोगों के ऊपर, रुज से रक्षा करके भव त्राता। ॥ जय जय तुलसी माता।| बटु पुत्री है श्यामा, सूर बल्ली है ग्राम्या, विष्णु प्रिये जो तुमको सेवे, सो नर तर जाता। ॥ जय जय तुलसी माता॥ Continue reading