卐 श्री कुबेर आरती 卐

ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे , स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे। शरण पड़े भगतों के, भण्डार कुबेर भरे। ॥ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥ शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े, स्वामी भक्त कुबेर बड़े। दैत्य दानव मानव से, कई-कई युद्ध लड़े ॥ ॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥ स्वर्ण सिंहासन बैठे, सिर पर छत्र Continue reading

卐 श्री ब्रह्मा आरती 卐

पितु मातु सहायक स्वामी सखा , तुम ही एक नाथ हमारे हो। जिनके कुछ और आधार नहीं , तिनके तुम ही रखवारे हो । सब भॉति सदा सुखदायक हो , दुख निर्गुण नाशन हरे हो । प्रतिपाल करे सारे जग को, अतिशय करुणा उर धारे हो । भूल गये हैं हम तो तुमको , तुम Continue reading

卐 श्री कृष्णा आरती 卐

ओम जय श्री कृष्ण हरे, प्रभु जय श्री कृष्ण हरे, भक्तन के दुख सारे पल में दूर करे !! ओम जय श्री कृष्ण हरे !! परमानंद मुरारी मोहन गिरधारी, जय रास बिहारी जय जय गिरधारी !! ओम जय श्री कृष्ण हरे !! कर कंकण कटि सोहत कानन मे बाला, मोर मुकुट पीताम्बर सोहे वनमाला !! Continue reading

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