ॐ जप Om Jap
जुड़ कर औरों को जोड़ कर चले, आओ अपनी संस्कृति को सहज कर चले।
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सन्तान सुख मन्त्रहे जगन्नाथ ! हे जगदीश !!हे जगत् पति !! हे जगदाधार !!
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