अग्नि जिमाने का मन्त्र
ॐ भूपतये स्वाहा, ॐ भुवनप, ॐ भुवनपतये स्वाहा ।
ॐ भूतानां पतये स्वाहा ।।
कहकर तीन आहूतियाँ बने हुए भोजन को डालें ।
या
।। ॐ नमो नारायणाय ।। कहकर नमक रहित अन्न को अग्नि में डालें ।
अग्नि जिमाने का मन्त्र
ॐ भूपतये स्वाहा, ॐ भुवनप, ॐ भुवनपतये स्वाहा ।
ॐ भूतानां पतये स्वाहा ।।
कहकर तीन आहूतियाँ बने हुए भोजन को डालें ।
या
।। ॐ नमो नारायणाय ।। कहकर नमक रहित अन्न को अग्नि में डालें ।